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क्रिकेट में फील्डिंग पोजीशन्स की पूरी जानकारी - आसान भाषा में समझिए
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क्रिकेट में फील्डिंग पोजीशन्स की पूरी जानकारी - आसान भाषा में समझिए
क्रिकेट में फील्डिंग पोजीशन्स का बहुत बड़ा रोल होता है। अगर कप्तान अपने फील्डर्स को सही जगह पर खड़ा करता है, तो मैच जीतने के चांस काफी बढ़ जाते हैं।
इस लेख में हम आपको सभी फील्डिंग पोजीशन्स को बहुत आसान हिंदी भाषा में समझाएंगे।
टेबल ऑफ कंटेंट्स
- क्रिकेट फील्डिंग पोजीशन्स का परिचय
- क्रिकेट मैदान की बेसिक सेटिंग
- ऑफ साइड और लेग साइड क्या है?
- फील्डिंग में 'सिली', 'शॉर्ट', 'डीप' और 'लॉन्ग' का मतलब
- सभी फील्डिंग पोजीशन्स के नाम और काम
- फील्डिंग बदलना क्यों जरूरी है?
- निष्कर्ष
🔥 क्रिकेट फील्डिंग पोजीशन्स का परिचय
क्रिकेट में बल्लेबाज को आउट करने और रन रोकने के लिए खिलाड़ियों को अलग-अलग जगहों पर खड़ा किया जाता है।
कप्तान ही तय करता है कि कौन सा खिलाड़ी कहाँ खड़ा होगा।
👉 मैदान पर एक समय में 11 खिलाड़ी होते हैं:
- 1 बॉलर
- 1 विकेटकीपर
- 9 फील्डर
🏟️ क्रिकेट मैदान की बेसिक सेटिंग
क्रिकेट का मैदान अक्सर गोल या ओवल आकार का होता है। मैदान को दो हिस्सों में बांटा जाता है:
- ऑफ साइड (Off Side)
- लेग साइड (Leg Side)
बॉलर और विकेटकीपर के अलावा बाकी 9 फील्डरों को कप्तान अलग-अलग पोजीशन्स पर लगाता है।
➡️ ऑफ साइड और लेग साइड क्या होता है?
जब कोई राइट-हैंडेड बल्लेबाज खेल रहा होता है:
उसकी दाईं ओर ऑफ साइड होता है
बाईं ओर लेग साइड होता है
अगर बल्लेबाज लेफ्ट हैंडेड है, तो साइड्स उलटी हो जाती हैं।
🏏 फील्डिंग में 'सिली', 'शॉर्ट', 'मिड', 'डीप' और 'लॉन्ग' का मतलब
क्रिकेट में एक ही पोजीशन को दूरी के हिसाब से अलग-अलग नाम दिया जाता है:
शब्द | मतलब |
---|---|
सिली (Silly) | बल्लेबाज के सबसे नजदीक |
शॉर्ट (Short) | थोड़ा पास में |
मिड (Mid) | मीडियम दूरी पर |
डीप (Deep) | बल्लेबाज से बहुत दूर |
लॉन्ग (Long) | मैदान के किनारे (boundary के पास) |
📋 सभी फील्डिंग पोजीशन्स के नाम और काम
🎯 मुख्य फिक्स पोजीशन्स:
- बॉलर – गेंद फेंकता है
- विकेटकीपर – स्टंप्स के पीछे खड़ा होता है
🧢 स्लिप्स और नजदीकी फील्डर्स:
- 1st Slip, 2nd Slip, 3rd Slip...: विकेटकीपर के पास कैच लेने के लिए खड़े रहते हैं
- गली (Gully): स्लिप्स से थोड़ा दूर लेकिन कैचिंग के लिए
🏏 ऑफ साइड पोजीशन्स:
- पॉइंट (Point): बल्लेबाज के बराबर, ऑफ साइड में
- कवर (Cover): पॉइंट से थोड़ा आगे
- एक्स्ट्रा कवर (Extra Cover): कवर और मिड ऑफ के बीच
- मिड ऑफ (Mid Off): बॉलर के पास ऑफ साइड में
🏏 लेग साइड पोजीशन्स:
- मिड ऑन (Mid On): बॉलर के पास लेग साइड में
- मिड विकेट (Mid Wicket): मिड ऑन और स्क्वायर लेग के बीच
- स्क्वायर लेग (Square Leg): बल्लेबाज के बराबर लेग साइड में
- फाइन लेग (Fine Leg): विकेटकीपर के पीछे लेग साइड में
- डीप स्क्वायर लेग और डीप मिड विकेट: बाउंड्री के पास
🧢 स्पेशल पोजीशन्स:
- सिली पॉइंट (Silly Point): बहुत पास बल्लेबाज के
- शॉर्ट लेग (Short Leg): बल्लेबाज के करीब लेग साइड में
- लेग स्लिप (Leg Slip) और लेग गली (Leg Gully): कैचिंग पोजीशन्स लेग साइड में
🛠️ फील्डिंग को क्यों बदलते हैं?
- बल्लेबाज के शॉट्स के हिसाब से फील्ड बदली जाती है।
- अगर बॉलर स्विंग कर रहा है तो स्लिप्स बढ़ा दिए जाते हैं।
- अगर बल्लेबाज तेज रन बना रहा हो तो डीप फील्डर्स लगा दिए जाते हैं।
- मैदान की स्थिति और बॉल के मूवमेंट पर भी फील्ड बदली जाती है।
निष्कर्ष
क्रिकेट में सही फील्डिंग पोजीशन बहुत जरूरी है। कप्तान को गेम पढ़कर सही समय पर फील्ड बदलनी होती है।
एक अच्छा फील्डर जानता है कि उसे कहाँ खड़ा होना है और किस तरह कैच या रन रोकना है।
अगर आप क्रिकेट सीख रहे हैं, तो फील्डिंग पोजीशन्स को अच्छी तरह से समझना बहुत जरूरी है। धीरे-धीरे प्रैक्टिस करते हुए आप भी एक बेहतरीन फील्डर बन सकते हैं!
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